Из-за периодической блокировки нашего сайта РКН сервисами, просим воспользоваться резервным адресом:
Загрузить через ClipSave.ruУ нас вы можете посмотреть бесплатно Jammu Kashmir Police के DSP Devinder Singh पर Afzal Guru की wife ने क्या आरोप लगाए? или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса savevideohd.ru
आतंकवादियों को अपनी कार में ले जाते हुए गिरफ्तार हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP Devinder Singh के बारे में एक और बड़ी बात पता चली है। देविंदर सिंह ने डेप्युटी सुपरिटेंडेंट के रूप में करीब 25 साल तक काम कर लिया था और वरिष्ठता के नाते जल्द ही वो एसपी के रूप में प्रमोशन पाने वाला था। सिंह के प्रमोशन की फाइल जम्मू-कश्मीर के गृह आयुक्त के पास लंबित थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों के साथ अगर देविंदर सिंह को पकड़ा नहीं गया होता तो उसे जल्द ही एसपी बना दिया गया होता। देविंदर सिंह इन दिनों श्रीनगर से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक और आधिकारिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। उधर, एनआईए ने देविंदर सिंह के आतंकवादियों को ले जाने के मामले की जांच अपने पास ले ली है। देविंदर को 11 जनवरी को कुलगाम जिले में श्रीनगर-जम्मू नैशनल हाइवे पर एक कार में गिरफ्तार किया गया था। वो हिज्बुल कमांडर सईद नवीद, एक दूसरे आतंकी रफी रैदर और हिज्बुल के एक भूमिगत कार्यकर्ता इरफान मीर को लेकर जम्मू जा रहा था। देविंदर की गिरफ्तारी के बाद संसद हमले में दोषी करार दिए गए अफजल गुरु का मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है। अफजल गुरु की पत्नी तबस्सुम ने आरोप लगाया है कि देविंदर सिंह ने उसके पति को रिहा करने के बदले एक लाख रुपये मांगे थे। तबस्सुम ने दावा किया कि उन्होंने अपने सोने के जेवर को बेचकर एक लाख रुपये देविंदर सिंह को दिए थे। आपको बता दें कि अफजल गुरु ने उस वक्त बयान दिया थाकि उसे देविंदर सिंह ने ही पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद को नई दिल्ली ले जाने के लिए कहा था। यही नहीं, देविंदर सिंह ने मोहम्मद और उसके साथियों के लिए एक कार खरीदकर भी दी थी। अफजल गुरु ने साल 2004 में अपने वकील सुशील कुमार के माध्यम से कहा था कि उसने 5 पाकिस्तानी आतंकवादियों को रहने का ठिकाना मुहैया कराया था। हालांकि अफजल गुरु ने पीओके जाकर आतंकी संगठन जेकेएलएफ के साथ ट्रेनिंग की थी लेकिन पाकिस्तान से मोहभंग होने के बाद उसने वर्ष 1997 के आसपास आत्मसमर्पण कर दिया था। अफजल इसके बाद भी पुलिस की नजर में संदिग्ध बना रहा। उसकी की पत्नी ने दावा किया है कि हिंसा की एक घटना के बाद उसके पति को पकड़ने वाले लोगों में देविंदर सिंह भी शामिल था। #davindersingh #jammukashmirnews #Afzalguru Subscribe to the 'Navbharat Times' channel here: / navbharattimes Social Media Links Facebook: / navbharattimes Twitter: / navbharattimes